दुमका जिले के काठीकुंड थाना के गुमरा पुल पर एक विनाशकारी घटना घटित हुई। 29 अगस्त 2025 को, एक पहाड़ी जनजातीय नाबालिग लड़की अपने प्रेमी से मिलने के लिए पुल पर पहुंची। उसके प्रेमी, जो ट्रक में खलासी के रूप में काम करता था, दुमका में कोयला ढोते हुए आया था।
पुल पर पहुंचते ही लड़की को गंवाएं पाँच युवकों ने घेर लिया। वे पड़ोसी स्त्री के साथ मिलकर बिना अनुमति के उसके साथ सुलक्ष्मा कर रहन चैक कर लगे। जब प्रेमी ने विरोध किया, तो उन युवकों ने उसे अपमानजनक मारपीट की, फिर क्रूरता से लड़की पर सामूहिक दुष्कर्म किया।
पुल के पास की गवार्टी से घटना की त्वरित सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पाँचों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पोस्को, फौजदारी प्रक्रिया और अन्य गंभीर अपराधों के तहत मामला दर्ज किया गया। आरोपी को बिना जमानत हिरासत में रखे जा रहा है और जांच पैनल किसी भी समय संभावित साक्ष्यों के लिए मामले की गहन जांच कर रहा है। मृत्य दवाखे में पीड़िता का मेडिकल जाँच भी जारी है।
उसी जिले में 2024 मार्च में एक स्पेनिश यात्रिनी पर भी गैंगरेप की घटना हुई थी। उस वर्ष पुलिस ने आठ दोषियों को गिरफ्तार कर न्याय के लिए तैयार किया था। दुमका में इस घटना से स्थानीय समाज में गुस्सा बढ़ा है और मानवाधिकार संगठनों ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है।