धनबाद के तोपचांची प्रखंड के गुनघसा पंचायत के तहत सुकुडीह गाँव में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के चयन को लेकर एक सार्वजनिक बैठक के दौरान गर्मागर्म बहस हुई, जिसके परिणामस्वरूप चयन प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया। इस घटना में उन्नीस महिलाओं के आवेदनों की जांच शामिल थी। शिकायतें सामने आईं कि मूल्यांकन के बाद आदिवासी समुदाय की महिलाओं के आवेदनों को दरकिनार किया जा रहा था। सीडीपीओ ममता साह ने ओबीसी श्रेणी की एक महिला के चयन की घोषणा की। इस घोषणा के बाद आदिवासी महिलाओं ने विरोध किया। सीडीपीओ ने तब बैठक छोड़ दी। हरिहरपुर थाना प्रभारी राहुल कुमार झा और अन्य अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने अपनी शिकायतों को व्यक्त करते हुए कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र मुख्य रूप से आदिवासी बच्चों के लिए है, लेकिन चयन में आदिवासी आवेदकों की अनदेखी की जा रही थी। कई पंचायत प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
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