श्रावणी मेला 2025 कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है, और सभी तीर्थयात्रियों के लिए एक सहज और आरामदायक अनुभव सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। एक प्रमुख पहल में कांवरिया पथ पर, विशेष रूप से दुम्मा और खिजुरिया के बीच, गंगा बालू बिछाना शामिल है। यह उपाय भक्तों के पैरों में छाले को रोकने के लिए बनाया गया है। भीषण गर्मी से निपटने के लिए, ‘इंद्र वर्षा’ प्रणालियों को लागू किया जा रहा है। ये कृत्रिम वर्षा प्रणालियाँ 20 अलग-अलग बिंदुओं पर चालू होंगी, जो धूप से एक ताज़ा राहत प्रदान करेंगी। पथ निर्माण विभाग ने ठेकेदारों को 10 जुलाई तक बालू बिछाने का काम पूरा करने का निर्देश दिया है। इसके अतिरिक्त, पेयजल और स्वच्छता विभाग शौचालयों, पेयजल सुविधाओं और ‘इंद्र वर्षा’ प्रणालियों की स्थापना को अंतिम रूप दे रहा है। व्यवस्था में 206 शौचालय, 82 हैंडपंप और 9 वाटर टैप लोकेशन शामिल हैं जो ट्यूबवेल द्वारा आपूर्ति किए जाते हैं। कांवरिया पथ के किनारे के प्लेटफॉर्म का भी नवीनीकरण किया जा रहा है।
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