झारखंड के चतरा जिले के हेड़ुम गांव में एक हिंदू परिवार, पिछले सात दशकों से मुहर्रम मनाकर धार्मिक सद्भाव का एक उत्कृष्ट उदाहरण पेश कर रहा है। कामाख्या सिंह भोगता का परिवार, मुहर्रम के साथ-साथ रमजान और ईद जैसे इस्लामी त्योहारों को भी मनाता है। गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है, लेकिन मुहर्रम के दौरान पूरा गांव मिलकर काम करता है, ताजिया तैयार करने में मदद करता है और जुलूस में भाग लेता है। उत्सवों में कल्याणपुर बाजार टांड में एक जीवंत मेला शामिल है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से लोग आते हैं और स्थानीय युवा पारंपरिक कौशल का प्रदर्शन करते हैं। इस परंपरा की शुरुआत कामाख्या सिंह के दादा से हुई, जो सांप्रदायिक सद्भाव और सम्मान की भावना को बढ़ावा देते हैं।
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