उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक छात्र की निर्मम हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया है। त्रिपुरा के आदिवासी चक्मा समुदाय के छात्र की कथित नस्लीय हमले में मौत हो गई है। इस संवेदनशील मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीड़ित छात्र एंजल चक्मा के पिता से फोन पर संपर्क किया और उन्हें न्याय दिलाने का पूरा भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि इस घृणित अपराध में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी।
इस घटना के विरोध में त्रिपुरा में छात्र संगठनों और स्थानीय लोगों ने व्यापक प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। पुलिस इस मामले में तेजी से कार्रवाई कर रही है। मुख्य आरोपी की तलाश के लिए नेपाल सीमा पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है और एक पुलिस टीम को वहां भेजा गया है। यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि कोई भी दोषी कानून की पकड़ से बच न पाए।
अन्य अंतरराष्ट्रीय खबरें भी ध्यान आकर्षित कर रही हैं। ढाका पुलिस ने एक झूठा दावा किया है कि हादी के हत्यारे भारत में शरण लिए हुए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, इंकिलाब मंच ने मांग की है कि भारत से काम करने आए सभी परमिट धारकों को देश से निकाला जाए। चिंताजनक बात यह है कि कॉक्स बाजार और चिट्टागांग में हजारों जिहादियों ने भारतीय इलाकों पर हमला किया और हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ व आगजनी की।
घरेलू राजनीति की बात करें तो, महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनावों को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ गया है। सत्ताधारी और विपक्षी गठबंधन, अघाड़ी और महायुति, दोनों में ही सीट बंटवारे को लेकर मतभेद उभर रहे हैं। इस बीच, भाजपा, शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस ने बीएमसी चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है, जिससे चुनावी दौड़ अब और तेज हो गई है।
