ओडिशा के दिग्गज नेता नवीन पटनायक ने एक अनुकरणीय कदम उठाते हुए, विधानसभा द्वारा नेता प्रतिपक्ष (LoP) के लिए मंजूर की गई वेतन और भत्तों में वृद्धि को लेने से इनकार कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय उनके परिवार द्वारा कटक स्थित पैतृक निवास ‘आनंद भवन’ को प्रदेश की जनता की भलाई के लिए दान करने की पुरानी परंपरा का ही हिस्सा है। पटनायक ने राज्य के मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि इस धनराशि का उपयोग राज्य के गरीब और वंचित तबके के उत्थान में किया जाए।
**विरासत की राह पर पटनायक**
नवीन पटनायक ने ओडिशा वासियों के प्रति अपना स्नेह और धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले ढाई दशकों से उन्हें जो प्यार और समर्थन मिला है, वह अनमोल है। उन्होंने 2015 के उस फैसले को याद किया जब उनके परिवार ने ‘आनंद भवन’ को सार्वजनिक उपयोग के लिए समर्पित कर दिया था। आज का उनका कदम उसी महान विरासत को आगे बढ़ाने वाला है। उन्होंने कहा कि वे और उनके पिता बीजू पटनायक हमेशा ओडिशा की जनता के ऋणी रहेंगे।
**विपक्ष के नेता के रूप में नई पारी**
नवीन पटनायक, जो चार बार ओडिशा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, अब 17वीं विधानसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका निभा रहे हैं। 2024 के विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी, बीजू जनता दल (BJD), मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरी है। उन्होंने 19 जून, 2024 को इस पद की शपथ ली थी।
**राज्य में पर्यटन और ऊर्जा क्षेत्र का विकास**
वहीं, ओडिशा सरकार राज्य में पर्यटन और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय है। मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने हाल ही में रामचंडी बीच पर वाटरमैनशिप और लाइफगार्ड इंस्टीट्यूट खोला है और कई इको-टूरिज्म पार्क का भी शुभारंभ किया है। ये पहलें पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखती हैं।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता की सराहना की और विशेष रूप से ओडिशा में रूफटॉप सौर ऊर्जा परियोजनाओं पर जोर दिया। पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना और नई ULA मॉडल जैसी पहलों से लाखों लोगों को लाभ होने की उम्मीद है। भारत ने हाल के वर्षों में सौर ऊर्जा सहित गैर-जीवाश्म स्रोतों से बिजली उत्पादन में महत्वपूर्ण वृद्धि हासिल की है, जिससे देश एक स्वच्छ ऊर्जा भविष्य की ओर बढ़ रहा है।
