प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा लोकसभा में चुनावी प्रक्रिया पर दिए गए भाषण को ‘उत्कृष्ट’ बताया है। प्रधानमंत्री ने एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अमित शाह ने जमीनी तथ्यों के साथ न केवल हमारी लोकतांत्रिक चुनावी प्रक्रिया की गहराई को समझाया, बल्कि विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे झूठ का भी प्रभावी ढंग से पर्दाफाश किया।
गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में चुनावी सुधारों पर चर्चा करते हुए विपक्ष पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि चुनावी प्रक्रिया पर विपक्ष का हंगामा इसलिए है क्योंकि वे अब ‘भ्रष्ट तरीकों’ से चुनाव नहीं जीत सकते। अमित शाह ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस की हार का असली कारण उसका नेतृत्व है, न कि ईवीएम या ‘वोट चोरी’ जैसे मुद्दे।
‘अवैध घुसपैठियों’ के मुद्दे पर बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि विपक्ष मतदाता सूची में ऐसे लोगों को शामिल करवाना चाहता है। उन्होंने सरकार की नीति को स्पष्ट करते हुए कहा, ‘हम सभी बाहरी लोगों का पता लगाएंगे, मतदाता सूची से उनके नाम हटाएंगे और उन्हें देश से बाहर खदेड़ देंगे।’
लगभग डेढ़ घंटे तक चले अपने भाषण में, अमित शाह ने विपक्ष के आरोपों का विस्तृत जवाब दिया। इस दौरान, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गृह मंत्री को ‘वोट चोरी’ पर उनसे बहस करने की चुनौती दी, जिससे सदन में तीखी बहस हुई और अंततः विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया।
अमित शाह ने इतिहास के पन्नों से ‘वोट चोरी’ के तीन उदाहरण पेश करते हुए जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी को घेरा। उन्होंने तर्क दिया कि स्वतंत्रता के बाद सरदार पटेल के साथ 28 लोग थे, जबकि नेहरू के साथ केवल दो, फिर भी नेहरू प्रधानमंत्री बने। उन्होंने इंदिरा गांधी के कार्यकाल में अदालत द्वारा चुनाव रद्द किए जाने के बाद स्वयं को मिली छूट और सोनिया गांधी के नागरिकता से पहले मतदाता बनने के मामले का भी उल्लेख किया, जिससे कांग्रेस सांसदों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
गृह मंत्री ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस की लगातार हार का मूल कारण उसका नेतृत्व है। उन्होंने कहा, ‘आपके नेता प्रेस वार्ता में पूछे गए सवालों से घबराते हैं, अदालती फैसलों पर न्यायाधीशों को दोषी ठहराते हैं, और चुनाव हारने पर ईवीएम को निशाना बनाते हैं। जब ईवीएम का बहाना काम नहीं आया, तो आप ‘वोट चोरी’ का मुद्दा लाए। लेकिन सच्चाई यही है कि आपका नेतृत्व ही आपकी हार का कारण है।’
