इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों के बड़े पैमाने पर रद्द होने से यात्रियों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। लगातार पांचवें दिन भी यात्रियों को अपनी यात्रा योजनाओं में भारी व्यवधान का सामना करना पड़ रहा है। अब तक 400 से अधिक इंडिगो उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिससे हवाई अड्डों पर अफरा-तफरी का माहौल है।
इस गंभीर स्थिति पर सीपीएम सांसद जॉन ब्रिटास ने सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इंडिगो के रवैये को ‘संगठित लूट’ बताते हुए कहा कि यह सब सरकारी मिलीभगत से हो रहा है। ब्रिटास ने चिंता जताते हुए कहा, “लाखों यात्री ठगे गए हैं और एयरलाइनें पैसे बना रही हैं। यह सरकार की मौन स्वीकृति के साथ एक एकाधिकार (ड्यूओपॉली) है। हमने पहले ही आगाह किया था कि इससे आम लोगों को परेशानी होगी।”
हजारों यात्री टिकट रद्द होने या उड़ान भरने के ठीक पहले जानकारी मिलने से परेशान हैं। कई यात्रियों को अचानक नई बुकिंग करनी पड़ रही है, जिसका खर्च भी काफी अधिक है। यह स्थिति विशेष रूप से उन लोगों के लिए कष्टदायक है जो किसी जरूरी काम या पारिवारिक समारोह के लिए यात्रा कर रहे थे। नागरिक उड्डयन मंत्रालय से इस मामले में सख्त कार्रवाई करने और यात्रियों के हितों की रक्षा करने की उम्मीद की जा रही है।
