देश की राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित लाल किले के पास हुए विनाशकारी कार धमाके के संबंध में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। केंद्र सरकार ने वरिष्ठ अधिवक्ता माघव खुराना को इस सनसनीखेज मामले के लिए विशेष लोक अभियोजक (Special Public Prosecutor) के तौर पर नामित किया है। 10 नवंबर को हुई इस घटना में 15 बेकसूर लोगों की जान चली गई थी और कई लोग घायल हुए थे।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, माघव खुराना अगले तीन वर्षों तक राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की ओर से इस मामले में कानूनी कार्यवाही का नेतृत्व करेंगे। यह जिम्मेदारी NIA विशेष अदालत और दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष सौंपी गई है। उनकी नियुक्ति NIA अधिनियम, 2008 और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत की गई है।
NIA इस मामले में अब तक सात गिरफ्तारियां कर चुकी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कथित आत्मघाती हमलावर, उमर उन नबी, ने अपनी कार में ही एक शक्तिशाली विस्फोटक उपकरण (IED) का उपयोग कर खुद को उड़ा लिया। यह आतंकी घटना जम्मू और कश्मीर में पकड़े गए एक टेरर मॉड्यूल से जुड़ी हुई बताई जा रही है। गिरफ्तार आरोपी उमर, फरीदाबाद के अल फलाह विश्वविद्यालय में प्रोफेसर था। NIA ने उसकी एक और कार भी जब्त की है, जिससे मामले से जुड़े महत्वपूर्ण सुराग मिलने की संभावना है। NIA ने इस केस में 73 गवाहों के बयान दर्ज किए हैं।
यह शक्तिशाली विस्फोट लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास हुआ था, जिसने आसपास की कई गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया था। इस घटना के बाद सरकार ने इसे आतंकी हमला मानते हुए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे ताकि दोषियों और उनके आकाओं को जल्द सजा दिलाई जा सके।
