संसद के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन महत्वपूर्ण मुद्दों पर गरमागरम बहस का गवाह बन सकता है। सोमवार को, विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के मुद्दे पर विपक्ष के जोरदार हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही बाधित हुई और पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। आज, दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के स्तर, चुनाव पंजीकरण की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया और ‘वोट चोरी’ के आरोपों के कारण सदन में एक नए विवाद की शुरुआत होने की संभावना है।
विपक्षी दल इन गंभीर मुद्दों को सदन में उठाने और उन पर तत्काल चर्चा की मांग करने के लिए तैयार हैं। यह उम्मीद की जा रही है कि ये मुद्दे सदन की कार्यवाही को फिर से बाधित कर सकते हैं, जिससे सत्र की प्रगति पर असर पड़ सकता है।
इस बीच, राज्यसभा में सोमवार को एक महत्वपूर्ण क्षण तब आया जब उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने उच्च सदन के सभापति के रूप में कार्यभार संभाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभापति राधाकृष्णन के अनुभव और नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए उनका स्वागत किया।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी नए सभापति को शुभकामनाएं दीं और आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी सरकार के साथ सहयोग करेगी। उन्होंने सभापति से यह भी सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि सदन में सभी सदस्यों के साथ निष्पक्ष व्यवहार हो।
