पंजाब के मोहाली में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के चार कथित शार्पशूटरों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी डेरा बस्सी-अंबाला हाईवे पर पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद हुई। गिरोह के सदस्य गोल्डी ढिल्लों के लिए काम करते थे। मुठभेड़ के दौरान हुई गोलीबारी में गिरोह के दो सदस्यों को चोटें आई हैं, जिनमें से एक की हालत नाजुक बताई जा रही है।
घटनास्थल पर मौजूद सूत्रों के अनुसार, दोनों तरफ से लगभग 15 गोलियां चलाई गईं। हालांकि, पुलिस कर्मियों ने बुलेटप्रूफ जैकेट पहन रखी थी, जिससे वे गोलीबारी में बाल-बाल बच गए। पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने इस गिरफ्तारी को एक बड़ी सफलता बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा की गई जानकारी में कहा कि एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स और एसएएस नगर पुलिस ने डेरा बस्सी-अंबाला हाईवे के पास हुई गोलीबारी के बाद गोल्डी ढिल्लों के चार ऑपरेटिव्स को पकड़ा है। ये अपराधी एक मकान में छुपे थे और तलाशी के दौरान पुलिस पर फायर खोला। पुलिस की जवाबी गोलीबारी में दो अपराधी घायल हुए।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पकड़े गए बदमाश ट्राइसिटी और पटियाला इलाकों में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। उनके पास से सात पिस्तौल (.32 कैलिबर) और 70 कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस का मानना है कि ये हथियार संभवतः पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा भेजे गए थे और लॉरेंस गिरोह को पहुंचाए जा रहे थे। इस मामले में आगे की जांच जारी है ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके मददगारों का पता लगाया जा सके।
