हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने दुबई एयर शो में तेजस लड़ाकू विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना को ‘असाधारण परिस्थितियों से उपजी एक अकेली घटना’ करार दिया है। कंपनी ने सोमवार को जारी एक बयान में स्पष्ट किया कि इस दुखद हादसे का इसके व्यावसायिक संचालन, वित्तीय प्रदर्शन या भविष्य की डिलीवरी पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। HAL जांच एजेंसियों के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रही है।
शुक्रवार को दुबई के अल मकतूम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक्रोबेटिक प्रदर्शन के दौरान तेजस विमान में आग लग गई और वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में भारतीय वायु सेना के एक वीर पायलट की जान चली गई। इस खबर के बाद सोमवार को शेयर बाजार में HAL के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई, जो सात महीने के निचले स्तर पर पहुंच गए।
तेजस, एक अत्याधुनिक 4.5-जेनरेशन का लड़ाकू विमान है, जिसे भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन (ADA) ने डिजाइन किया है और HAL इसका निर्माण करती है। यह अमेरिकी कंपनी GE के इंजन द्वारा संचालित है, जिसने दुर्घटना के कारणों की जांच में सहयोग की पेशकश भी की है।
भारत सरकार ने HAL को 83 तेजस Mk-1A विमानों के लिए एक बड़ा सौदा दिया था, जिसकी कीमत ₹48,000 करोड़ थी। इसके अलावा, हाल ही में 97 अतिरिक्त तेजस विमानों की खरीद के लिए ₹62,370 करोड़ से अधिक के सौदे को भी मंजूरी मिली है।
यह बहुमुखी लड़ाकू विमान विभिन्न युद्धक भूमिकाओं, जैसे हवाई हमले, नजदीकी लड़ाई और जमीनी लक्ष्यों पर हमला करने में सक्षम है। यह समुद्री और स्थलीय दोनों वातावरणों में प्रभावी ढंग से काम कर सकता है। तेजस के उन्नत संस्करण, LCA Mk1A, में कई महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं, जिनमें एक शक्तिशाली AESA रडार, उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली और बेहतर कॉकपिट डिस्प्ले शामिल हैं, जो इसकी युद्धक क्षमता को और बढ़ाते हैं।
