बिहार में नई सरकार के शपथ ग्रहण के साथ ही सूबे की राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। एनडीए की जीत के बाद गठित हुए नए मंत्रिमंडल में, सम्राट चौधरी को बिहार का गृह मंत्रालय सौंपा गया है। यह पहली बार है कि लगभग दो दशकों के बाद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस महत्वपूर्ण मंत्रालय का पदभार किसी और को सौंपा है।
सम्राट चौधरी, जिन्होंने पहले उपमुख्यमंत्री के रूप में सेवा की है, अब बिहार के आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेंगे। बिहार के राज्यपाल Arif Mohammad Khan ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में सम्राट चौधरी सहित अन्य मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति ने इस समारोह की गरिमा को और बढ़ाया।
बिहार के इतिहास में नीतीश कुमार एक ऐसे मुख्यमंत्री रहे हैं जिन्होंने सबसे लंबे समय तक यह पद संभाला है। उनका पहला कार्यकाल 2000 में कुछ दिनों का था। इसके बाद उन्होंने 2005-2010 और 2010-2014 तक मुख्यमंत्री के तौर पर सेवाएं दीं। 2014 में पार्टी की हार के चलते उन्होंने इस्तीफा दिया, लेकिन 2015 में वे फिर से मुख्यमंत्री बने। यह समारोह उसी गांधी मैदान में आयोजित हुआ, जो 1974 के ‘संपूर्ण क्रांति’ आंदोलन का गवाह रहा है।
