दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में रातभर चली एक बड़ी सुरक्षा अभियान में, डॉ. उमर नबी नामक व्यक्ति के घर को जमींदोज कर दिया गया है। डॉ. नबी का नाम दिल्ली के लाल किला इलाके में हुए उस घातक बम धमाके से जोड़ा जा रहा है, जिसने 12 जानें ली थीं। यह कार्रवाई उन आतंकी नेटवर्कों को निशाना बनाने के प्रयासों का हिस्सा है जिनका संबंध इस विनाशकारी विस्फोट से माना जा रहा है।
यह घटना सोमवार शाम को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुई। एक कार में हुए इस जोरदार धमाके ने न केवल 12 लोगों की जान ली, बल्कि कई अन्य को घायल कर दिया। इसके साथ ही, विस्फोट के कारण आसपास खड़ी कई गाड़ियां भी आग की चपेट में आ गईं, जिससे व्यापक क्षति हुई।
शुरुआती जांच के तार फरीदाबाद में हाल ही में पकड़े गए एक आतंकी समूह से जुड़ रहे हैं। इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है और एजेंसियां इस हमले के पीछे की पूरी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए अपनी जांच तेज कर चुकी हैं।
**सरकार ने घोषित किया दिल्ली विस्फोट को ‘आतंकवादी हमला’**
दिल्ली में हुए इस वीभत्स विस्फोट को सरकार ने आधिकारिक तौर पर एक ‘आतंकवादी घटना’ करार दिया है। प्रधानमंत्री आवास पर आयोजित कैबिनेट की बैठक में, सरकार ने मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना जताई और घटना की निंदा की। बैठक में यह दृढ़ संकल्प व्यक्त किया गया कि जो लोग इस हमले के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
बैठक से पहले, सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (CCS) ने स्थिति का जायजा लिया। गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित महत्वपूर्ण मंत्रियों ने इस बैठक में भाग लिया और आगे की रणनीति पर चर्चा की।
घटना के बाद से, फरीदाबाद के अल फलाह विश्वविद्यालय पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इस यूनिवर्सिटी से जुड़े कुछ डॉक्टरों को इस धमाके के तार से जोड़कर गिरफ्तार किया गया है। सरकार ने यूनिवर्सिटी के सारे कागजात की फोरेंसिक जांच का आदेश दिया है। इसके अलावा, ईडी और अन्य जांच एजेंसियां यूनिवर्सिटी के आर्थिक लेन-देन की भी गहराई से जांच कर रही हैं।
