दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के करीब लाल किले के पास एक चलती कार में हुए भीषण विस्फोट ने देश को सदमे में डाल दिया है। घटना के दो दिन बाद सामने आए सीसीटीवी फुटेज में सफेद हुंडई आई20 कार के विस्फोट का वह भयावह क्षण स्पष्ट रूप से कैद हुआ है, जिसमें नौ लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए।
लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास लगे ट्रैफिक कैमरे से मिले फुटेज में यह कार धीरे-धीरे भीड़भाड़ वाली सड़क पर आगे बढ़ती दिख रही है। सोमवार शाम लगभग 7 बजे, जैसे ही कार यातायात के बीच फंसी, उसमें एक जोरदार धमाका हुआ और कार आग की लपटों में घिर गई। इस विस्फोट की आवाज और दृश्य ने आसपास के लोगों में खौफ पैदा कर दिया। धमाके के कारण पास की गाड़ियों और इमारतों को भी नुकसान पहुंचा।
इस घटना को “आतंकवादी कृत्य” मानते हुए, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जांच की जिम्मेदारी संभाल ली है।
सीसीटीवी फुटेज में विस्फोट से ठीक पहले कार को सामान्य रूप से चलते हुए देखा जा सकता है। धमाके के बाद कार पूरी तरह से नष्ट हो गई। अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट में नौ लोगों की मौत हुई है और कम से कम 12 घायल हुए हैं, जिन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया।
खुफिया एजेंसियों ने कार की पहचान हुंडई आई20 (HR 26CE7674) के रूप में की है। आशंका जताई जा रही है कि इस कार का इस्तेमाल 32 वर्षीय डॉक्टर उमर नबी कर रहे थे, जिनके पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से संबंध होने की बात सामने आ रही है।
जांच में पता चला है कि डॉ. नबी ने 29 अक्टूबर को फरीदाबाद से यह कार खरीदी थी। खरीद के बाद, उन्होंने डीलरशिप के पास स्थित एक PUC सेंटर से कार का प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र प्राप्त किया था।
इसके बाद, डॉक्टर नबी कथित तौर पर कार लेकर अल-फलाह मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां उन्होंने इसे डॉ. मुज़म्मिल शकील की गाड़ी के पास पार्क किया। डॉ. शकील, जो पहले ही 2,900 किलोग्राम विस्फोटक के साथ पकड़े गए थे, इस मामले में संदिग्ध हैं। एक अन्य गिरफ्तार आरोपी, डॉ. शाहीन सईद, पर भारत में जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग स्थापित करने का आरोप है।
जांच के दौरान, सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों जैसे कनॉट प्लेस और मयूर विहार से कार को ट्रैक किया। हमले वाले दिन, यह कार दोपहर में चांदनी चौक के सुन्हेरी मस्जिद पार्किंग में खड़ी पाई गई। फुटेज के अनुसार, कार लगभग तीन घंटे से अधिक समय तक वहीं खड़ी रही और फिर लाल किले की ओर बढ़ने लगी, जहां यह भीषण धमाका हुआ।
