बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान संपन्न हो चुका है, और अब एग्जिट पोल के नतीजों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। पहले चरण में 121 सीटों के लिए हुए मतदान में लगभग 65% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं, दूसरे चरण में मतदान प्रतिशत 67% को पार कर गया, जो बिहार के चुनावी इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराता है। 14 नवंबर को मतगणना होनी है, और इससे पहले आए एग्जिट पोल नतीजों ने स्पष्ट संकेत दिए हैं।
आंकड़े बताते हैं कि एनडीए (NDA) इस बार बिहार में एक बार फिर मजबूत स्थिति में नजर आ रही है। विभिन्न एग्जिट पोल एजेंसियों द्वारा जारी किए गए अनुमानों के अनुसार, एनडीए को 130 से 160 सीटों के बीच जीत हासिल हो सकती है। यह स्पष्ट बहुमत का आंकड़ा है, जिससे एनडीए के सत्ता में वापसी की प्रबल संभावना है। दूसरी ओर, तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाला महागठबंधन, जिसने परिवर्तन और विकास के वादे किए थे, पिछड़ता दिख रहा है। महागठबंधन के लिए 70 से 100 सीटों का अनुमान लगाया जा रहा है, जो सरकार बनाने के लिए पर्याप्त नहीं है।
प्रमुख एग्जिट पोलों का विश्लेषण:
* **पीपल्स पल्स:** एनडीए 133-159 सीटें, महागठबंधन 75-101 सीटें, जन सुराज 0-5 सीटें
* **चanakya स्ट्रेटजीज:** एनडीए 130-138 सीटें, महागठबंधन 100-108 सीटें
* **प्रजा पोल एनालिटिक्स:** एनडीए को 186 सीटों जैसी बड़ी जीत का अनुमान
* **दैनिक भास्कर:** एनडीए 145-160 सीटें, महागठबंधन 73-91 सीटें
* **पीपल्स इनसाइट:** एनडीए 133-148 सीटें, महागठबंधन 87-102 सीटें
वोट शेयर के मामले में, पीपल्स पल्स के एग्जिट पोल के अनुसार, एनडीए को लगभग 46.2% वोट मिलने की उम्मीद है, जबकि महागठबंधन को 37.9% वोट मिल सकते हैं। यह दर्शाता है कि मतदाताओं का एक बड़ा वर्ग एनडीए के साथ खड़ा है।
जब मुख्यमंत्री पद के चेहरे की बात आती है, तो नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों ही मतदाताओं की पसंद में शीर्ष पर हैं। हालांकि, हालिया चुनावी परिदृश्य में एनडीए का प्रदर्शन उम्मीद से बेहतर रहने के संकेत मिल रहे हैं।
