कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बिहार के औरंगाबाद में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए राज्य की सत्तारूढ़ NDA सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए। राहुल गांधी ने कहा कि नीतीश कुमार दिल्ली में बैठे कुछ शक्तिशाली लोगों के निर्देशों का पालन कर रहे हैं और बिहार के युवाओं के भविष्य को अंधकारमय बना रहे हैं। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि बिहार के युवा अब मजदूर बनने को मजबूर हो रहे हैं, जबकि उनके लिए रोजगार के अवसर समाप्त हो चुके हैं।
राहुल गांधी ने शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए और कहा कि बिहार में प्रश्नपत्रों के लीक होने की घटनाएं आम हो गई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इन लीक का सीधा फायदा धनी और प्रभावशाली परिवारों के छात्रों को मिलता है, जबकि मेधावी छात्र वंचित रह जाते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार युवाओं को सोशल मीडिया की दुनिया में उलझाए रखना चाहती है, ताकि वे शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी जैसी बुनियादी समस्याओं पर सरकार से सवाल न पूछ सकें।
प्रधानमंत्री मोदी पर ‘नशे’ को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा, “प्रधानमंत्री चाहते हैं कि आप सभी रील्स बनाने, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर अपना समय बर्बाद करें। यह 21वीं सदी का नशा है। इस नशे में डूबे रहने से युवा सरकार की विफलताओं पर ध्यान नहीं देंगे।”
राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह बिहार के चुनावों में ‘वोट चोरी’ की साजिश रच रहे हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि NDA यहाँ हार जाएगी। उन्होंने कहा, “वोट चोर गद्दी छोड़!” उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसी ही वोट चोरी महाराष्ट्र, हरियाणा और लोकसभा चुनावों में भी हुई थी। राहुल गांधी ने विश्वास जताया कि बिहार की जनता जागरूक है और वे किसी भी कीमत पर वोट चोरी नहीं होने देंगे। उन्होंने यह भी वादा किया कि यदि INDIA गठबंधन बिहार में सत्ता में आता है, तो यह सरकार दलितों, अति-पिछड़े और समाज के हाशिए पर रहने वाले लोगों की होगी।
