भारत सरकार ने 2027 में होने वाली अगली जनगणना के लिए कमर कस ली है, जो देश के इतिहास में पहली पूर्णतः डिजिटल जनगणना होगी। छह साल के अंतराल के बाद, यह कवायद कई अभूतपूर्व सुधारों के साथ प्रस्तुत की जाएगी, जिसमें ‘सेल्फ-एन्यूमरेशन’ का विकल्प और पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित डेटा का संग्रह शामिल है।
जनगणना 2027 की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। सरकार ने 2025 में एक प्री-टेस्ट चरण की घोषणा की है। इस चरण का मुख्य उद्देश्य परिचालन संबंधी तैयारियों का परीक्षण करना और यह सुनिश्चित करना है कि नई तकनीकें सुचारू रूप से काम करें।
**नागरिकों के लिए ‘सेल्फ-एन्यूमरेशन’**
जनगणना 2027 में, नागरिक 1 से 7 नवंबर, 2025 तक ‘सेल्फ-एन्यूमरेशन’ के माध्यम से अपने डेटा को ऑनलाइन जमा कर सकेंगे। जनगणना अधिनियम, 1948 की धारा 17A को इस नए चरण को कानूनी जामा पहनाने के लिए संशोधित किया गया है। यह सुविधा नागरिकों को डिजिटल रूप से अपनी जानकारी प्रदान करने का प्रत्यक्ष अवसर देगी।
**आधुनिक तकनीकें और डेटा संग्रह**
इस जनगणना में लगभग 34 लाख गणक डिजिटल उपकरणों का उपयोग करेंगे। एंड्रॉइड और आईओएस के लिए विकसित मोबाइल एप्लिकेशन बहुभाषी होंगे और सीधे केंद्रीय सर्वर पर डेटा अपलोड करने में सक्षम होंगे, जिससे डेटा प्रोसेसिंग में तेजी आएगी और त्रुटियां कम होंगी।
पहली बार, निम्नलिखित महत्वपूर्ण विशेषताएं जोड़ी गई हैं:
* सभी भवनों (आवासीय और गैर-आवासीय) को जियोटैग किया जाएगा, जिससे उनका स्थान डिजिटल लेआउट मैपिंग (DLM) और जीआईएस (GIS) मानचित्रों से लिंक होगा।
* जातिगत जनगणना राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाएगी, जो सामाजिक समावेश और योजना के लिए महत्वपूर्ण डेटा प्रदान करेगी।
* जनगणना के परिणाम क्षेत्रीय भाषाओं, हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध होंगे, और वेबसाइट के माध्यम से ‘सेल्फ-एन्यूमरेशन’ की सुविधा भी दी जाएगी।
**जनगणना का शेड्यूल**
जनगणना दो प्रमुख चरणों में होगी: हाउसिंग लिस्टिंग (अप्रैल से सितंबर 2026) और जनसंख्या गणना (फरवरी 2027)। हालांकि, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख जैसे पहाड़ी राज्यों में जनसंख्या गणना सितंबर 2026 में ही शुरू हो जाएगी।
**विलंब के कारण**
2021 में होने वाली जनगणना कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित कर दी गई थी। यह छह साल का लंबा अंतराल तकनीकी उन्नयन, डिजिटल समाधानों के एकीकरण और एक व्यापक, सटीक जनगणना प्रक्रिया को डिजाइन करने के लिए महत्वपूर्ण रहा है।
