कुरनूल में हुई भीषण बस दुर्घटना, जिसमें 20 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस त्रासदी के बाद, हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर वी. एस. सज्जनार ने नशे में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने ऐसे चालकों को ‘सड़कों का आतंकवादी’ करार देते हुए कहा कि वे निर्दोष जिंदगियों के लिए गंभीर खतरा पैदा करते हैं और उन्हें किसी भी तरह की छूट नहीं दी जाएगी।
यह घटना हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही एक स्लीपर बस और एक मोटरसाइकिल के बीच टक्कर से शुरू हुई। प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस के अनुसार, मोटरसाइकिल सवार, जो नशे में था, ने बस को टक्कर मारी, जिसके परिणामस्वरूप मोटरसाइकिल सवार और बस के 19 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई।
अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर, कमिश्नर सज्जनार ने इस घटना को ‘सड़कों पर आतंकवादी कृत्य’ और ‘घोर लापरवाही’ बताया। उन्होंने लिखा, “शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले असली आतंकवादी हैं। उनकी हरकतें सड़कों पर आतंक फैलाने जैसा ही है। कुरनूल की बस दुर्घटना, जिसमें 20 लोगों की जान गई, यह कोई सामान्य दुर्घटना नहीं थी। यह एक नशे में धुत बाइकर की लापरवाही का सीधा परिणाम थी, जिसने कई जिंदगियों को हमेशा के लिए खत्म कर दिया। यह सड़क पर हुई कोई छोटी-मोटी घटना नहीं, बल्कि एक जघन्य अपराध था।”
सीसीटीवी फुटेज में यह भी सामने आया है कि मरने वाला बाइकर, बी. शिव शंकर, दुर्घटना से कुछ ही मिनट पहले, रात 2:24 बजे पेट्रोल भरवा रहा था। कमिश्नर ने इस पर जोर दिया कि नशे में गाड़ी चलाने के उसके अहंकार भरे फैसले ने एक भयानक परिणाम को जन्म दिया।
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि नशे में गाड़ी चलाने से केवल लोगों की जान ही नहीं जाती, बल्कि परिवार बिखर जाते हैं और भविष्य अंधकारमय हो जाता है। हैदराबाद पुलिस नशे में ड्राइविंग के खिलाफ ‘शून्य-सहिष्णुता’ नीति पर कायम है। “जो कोई भी नशे में गाड़ी चलाते हुए पकड़ा जाएगा, उसे कानून की कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। हम ऐसे लोगों के प्रति कोई नरमी नहीं बरतेंगे जो दूसरों की जान को जोखिम में डालते हैं। नशे में ड्राइविंग को अब ‘गलती’ नहीं, बल्कि एक संगीन जुर्म माना जाना चाहिए और उसी के अनुसार दंडित किया जाना चाहिए।”
पुलिस ने मृतक बाइकर शिव शंकर और उसके साथी एरिसस्वामी के खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज किया है। शिव शंकर की मौत बस से टकराने और डिवाइडर से जा भिड़ने के कारण हुई। बस उसकी बाइक पर चढ़ गई। साथी एरिसस्वामी को मामूली चोटें आईं।
एसपी पाटिल ने बताया कि दोनों ने घटना से पहले शराब पी थी। एक वायरल वीडियो में शंकर को नशे की हालत में बाइक को ठीक से खड़ा करने में कठिनाई का सामना करते हुए देखा जा सकता है। एरिसस्वामी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में भी इस बात की पुष्टि की गई है कि दोनों ने यात्रा से पहले शराब पी थी।
इस घातक आग का कारण क्या था? फोरेंसिक जांच में पता चला कि बस में करीब 46 लाख रुपये के 234 स्मार्टफोन ले जाए जा रहे थे। आशंका है कि आग लगने के बाद इनमें लगी लिथियम-आयन बैटरियों में विस्फोट हुआ, जिससे आग तेजी से फैल गई।
जांचकर्ताओं ने पाया कि बाइक बस के नीचे फंस गई, जिससे बस के अगले हिस्से से ईंधन का रिसाव शुरू हो गया। टक्कर से निकली चिंगारी के संपर्क में आते ही ईंधन में आग लग गई, जिससे भीषण विस्फोट हुआ और बस में आग फैल गई। बस के एल्यूमीनियम फर्श के पिघलने से आग और भड़क गई।
आंध्र प्रदेश अग्निशमन विभाग और फोरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार, स्मार्टफ़ोन की खेप और बस की बैटरी ने आग को फैलने में अहम भूमिका निभाई।
फिलहाल, पुलिस ने बस के चालक लक्ष्मणैया के खिलाफ भी भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत लापरवाही और तेज गति से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया है। चालक और उसके सहायक को हिरासत में ले लिया गया है।
