रविवार को प्रसारित हुए अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 127वें संस्करण में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को छठ पूजा की शुभकामनाएं दीं और इसे भारतीय समाज की गहरी एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने लोगों से 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित ‘रन फॉर यूनिटी’ में शामिल होने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश त्योहारों के माहौल में डूबा हुआ है। उन्होंने दिवाली के बाद छठ पूजा की तैयारियों का जिक्र करते हुए कहा, “घरों में पकवान बन रहे हैं, घाट सज रहे हैं, बाज़ार गुलजार हैं। भक्ति, अपनत्व और परंपरा का संगम देखने को मिल रहा है।” उन्होंने छठ व्रतियों की निष्ठा और समर्पण की विशेष प्रशंसा की, जिसे वे अत्यंत प्रेरणादायक मानते हैं। उन्होंने छठ पूजा में समाज की ‘गहरी एकता’ को भी उजागर किया।
सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती को एक विशेष अवसर बताते हुए, पीएम मोदी ने उन्हें आधुनिक युग का एक महान प्रकाशस्तंभ कहा। उन्होंने गांधीजी से प्रेरित होकर स्वतंत्रता आंदोलन में पटेल के योगदान को याद किया। खेड़ा और बोरसाद सत्याग्रह के अलावा, अहमदाबाद नगरपालिका के अध्यक्ष के रूप में उनके कार्यकाल में स्वच्छता और सुशासन को दिए गए महत्व पर भी उन्होंने प्रकाश डाला। पटेल के देश की एकता और अखंडता के लिए किए गए कार्यों को अविस्मरणीय बताते हुए, उन्होंने सभी से ‘रन फॉर यूनिटी’ में भाग लेने का आग्रह किया।
‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने ओडिशा की कोरापुट कॉफी का भी ज़िक्र किया। उन्होंने बताया कि यह कॉफी न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि इसकी खेती स्थानीय किसानों के लिए आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत भी बन गई है। उन्होंने पौधारोपण के महत्व पर जोर देते हुए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को आगे बढ़ाने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का भी उल्लेख किया, जिसने माओवादी हिंसा से प्रभावित इलाकों में आशा की किरण जगाई है। उन्होंने माओवादी आतंक के पूर्ण खात्मे की आवश्यकता पर बल दिया, जिसने युवाओं के भविष्य को अंधकारमय बना दिया था।
