केरल के पलक्कड़ जंक्शन पर एक रेलवे डॉक्टर ने अपनी तत्परता और चिकित्सा कौशल का अद्भुत प्रदर्शन करते हुए एक यात्री का जीवन संवार दिया। एक 24 वर्षीय युवक, जो कन्याकुमारी-डिब्रूगढ़ विवेक एक्सप्रेस में यात्रा कर रहा था, अचानक जम्हाई लेने के बाद अपने जबड़े को बंद करने में असमर्थ हो गया। यह स्थिति जób विस्थापन (jaw dislocation) का संकेत थी, जो काफी दर्दनाक हो सकती है।
रेलवे के डॉक्टर डॉ. जिथिन पी.एस. ने बिना देर किए यात्री की जांच की और कुछ ही मिनटों में टेम्पर्रोमैंडिबुलर जॉइंट (TMJ) के विस्थापन को ठीक करने की प्रक्रिया पूरी की। इस तत्काल हस्तक्षेप ने यात्री को अपनी यात्रा बिना किसी बड़ी असुविधा के जारी रखने की अनुमति दी। मैनुअल रिडक्शन, यह एक ऐसी विधि है जिसका उपयोग जबड़े की सामान्य स्थिति को बहाल करने के लिए किया जाता है।
दक्षिणी रेलवे द्वारा जारी किया गया एक वीडियो, जिसमें डॉक्टर को अपना काम करते हुए दिखाया गया है, सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है। यह घटना मध्य रात्रि 2:30 बजे हुई, लेकिन डॉक्टर की सजगता और तुरंत प्रतिक्रिया की हर तरफ सराहना हो रही है। वीडियो में यात्री को डॉक्टर का धन्यवाद करते हुए और अपने ठीक हुए जबड़े की जांच करते हुए देखा जा सकता है।
इस घटना ने चिकित्सा सुविधाओं की महत्ता को फिर से रेखांकित किया है। सोशल मीडिया पर कई उपयोगकर्ताओं ने डॉक्टर की प्रशंसा की और कहा कि भारत में ऐसी चिकित्सा सहायता मिलना सौभाग्य की बात है। कुछ ने यह भी सुझाव दिया कि लंबी दूरी की ट्रेनों में एक डॉक्टर का होना यात्रियों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगा। इस घटना ने निश्चित रूप से डॉ. जिथिन पी.एस. के नाम को रोशन किया है।