आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में, फतेहाबाद टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने दिवाली के कम बोनस के विरोध में सभी टोल गेट खोल दिए। इस कदम से हज़ारों गाड़ियाँ बिना भुगतान किए निकल गईं, जिससे कंपनी को राजस्व का नुकसान हुआ। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें सिर्फ 1100 रुपये का बोनस दिया गया, जो उनकी अपेक्षाओं से बहुत कम था।
यह मामला तब गरमा गया जब मार्च में टोल का कार्यभार संभालने वाली कंपनी ‘श्री साइन एंड डेटा’ ने बोनस की राशि की घोषणा की। विरोध स्वरूप, कर्मचारियों ने अपनी ड्यूटी बंद कर दी और सभी बैरियर ऊपर कर दिए। प्रबंधन द्वारा स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयासों को भी कर्मचारियों ने विफल कर दिया।
कानून व्यवस्था बनाए रखने और विवाद को सुलझाने के लिए पुलिस को बुलाया गया। अधिकारियों की मौजूदगी में हुई बातचीत के दौरान, कंपनी के अधिकारियों ने कर्मचारियों को 10% वेतन वृद्धि देने का वादा किया। इस आश्वासन के बाद, कर्मचारियों ने अपना विरोध समाप्त किया और टोल प्लाजा पर सामान्य कामकाज फिर से शुरू हो गया। यह पूरा घटनाक्रम लगभग दो घंटे तक चला।
कंपनी के अनुसार, चूंकि उन्होंने हाल ही में टोल का प्रबंधन संभाला है, इसलिए वे पूर्व वर्षों की तरह बोनस की राशि नहीं दे सके।