जैसे-जैसे दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ से ‘बहुत खराब’ श्रेणी की ओर बढ़ रही है, दिवाली के उत्सव से ठीक पहले सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के लिए जिम्मेदार वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज II के प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से लागू करने का आदेश दिया है।
आयोग ने चिंता व्यक्त की कि दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार बढ़ रहा है। शाम 4 बजे यह 296 दर्ज किया गया, जो शाम 7 बजे तक बढ़कर 302 हो गया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) की भविष्यवाणियों ने भी आने वाले दिनों में स्थिति के और बिगड़ने की आशंका जताई है।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, CAQM की उप-समिति ने तुरंत GRAP के स्टेज II के तहत सभी आवश्यक कार्रवाइयों को लागू करने का फैसला किया है। इसका मतलब है कि स्टेज I के प्रतिबंधों के अलावा, अतिरिक्त उपाय भी लागू होंगे।
यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब दिल्ली लगातार छह दिनों से ‘खराब’ वायु गुणवत्ता का सामना कर रही है। रविवार को AQI 296 के स्तर पर पहुंच गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी की ओर इशारा करता है। पिछले कुछ दिनों में AQI में लगातार वृद्धि देखी गई है, जो शनिवार को 268 और उससे पहले 254 व 245 था।
सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि नोएडा और गाजियाबाद जैसे पड़ोसी शहर पहले से ही ‘बहुत खराब’ वायु गुणवत्ता की चपेट में हैं। फरीदाबाद में हवा की गुणवत्ता ‘मध्यम’ श्रेणी में बताई गई है।
हालांकि, इन चिंताओं के बीच, दिल्ली में ‘ग्रीन पटाखों’ को ‘परीक्षण के आधार’ पर जलाने की अनुमति दी गई है, जिससे त्योहारी मौसम में प्रदूषण के बढ़ने की आशंकाओं को बल मिला है।