नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान की ओर से अफगानिस्तान के साथ सीमा पर जारी तनाव और झड़पों के बीच इस्लामाबाद की कड़ी आलोचना की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जैसवाल ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि पाकिस्तान का यह रवैया नया नहीं है, वह अपनी विफलताओं का ठीकरा हमेशा अपने पड़ोसियों पर फोड़ता है। भारत ने स्पष्ट किया कि वह अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का पूरा सम्मान करता है।
हाल ही में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हुई भीषण सीमा झड़पों में दोनों पक्षों के कई लोगों की जान गई और सैकड़ों घायल हुए। यह संकट 2021 में तालिबान के काबुल पर नियंत्रण करने के बाद से दोनों देशों के बीच सबसे घातक रहा है।
मंत्रालय के प्रवक्ता ने पाकिस्तान की आतंकवाद को बढ़ावा देने की नीति पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, “तीन बातें स्पष्ट हैं – पहला, पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों की मेज़बानी करता है और आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करता है। दूसरा, यह पाकिस्तान की पुरानी आदत है कि वह अपनी आंतरिक विफलताओं के लिए अपने पड़ोसियों को दोषी ठहराए।” उन्होंने आगे कहा, “और तीसरा, पाकिस्तान इस बात से बौखलाया हुआ है कि अफगानिस्तान अपनी जमीन पर संप्रभुता का उपयोग कर रहा है।”
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने बुधवार को अफगानिस्तान के साथ 48 घंटे के युद्धविराम की घोषणा की थी। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (FO) ने एक बयान में कहा कि दोनों पक्ष “रचनात्मक बातचीत के माध्यम से इस जटिल लेकिन हल करने योग्य मुद्दे के लिए एक सकारात्मक समाधान खोजने के ईमानदार प्रयास करेंगे।” हालाँकि, तालिबान की ओर से कहा गया कि यह युद्धविराम पाकिस्तानी पक्ष के अनुरोध पर हुआ था।
अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने भारत यात्रा के दौरान पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा था कि अफगानिस्तान किसी से जंग नहीं चाहता, लेकिन अगर पाकिस्तान शांति नहीं चाहता तो उनके पास “अन्य विकल्प” मौजूद हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान के पाँच अन्य पड़ोसी हैं और वे सभी शांति से रह रहे हैं। पाकिस्तान लगातार अफगानिस्तान पर TTP आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाता आया है, जिसे अफगानिस्तान सिरे से खारिज करता है।