बिहार विधानसभा चुनावों के लिए 2025 की दौड़ शुरू हो गई है, और जनता दल (यूनाइटेड) ने बुधवार को अपने 57 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर चुनावी पारा चढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी की इस घोषणा ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीट-बंटवारे को लेकर सुलग रही आग को भड़का दिया है, खासकर चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के साथ।
JD(U) ने स्पष्ट कर दिया है कि वह NDA में अपनी स्थिति मजबूत करेगी। पार्टी ने चार ऐसी विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं, जिन्हें LJP-RV अपनी बता रही थी। इस कदम ने सहयोगियों के बीच सीधा टकराव पैदा कर दिया है।
**वर्तमान सरकार के मंत्री भी मैदान में**
जारी की गई सूची में पांच वर्तमान मंत्रियों के नाम शामिल हैं। विजय कुमार चौधरी सरायरंजन से, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार नालंदा से, सुनील कुमार भोर (एससी) से, कौशल किशोर राजगीर से, और महेश्वर हजारी कल्याणपुर से ताल ठोकेंगे।
**’बाहुबली’ नेताओं पर दांव**
राजनीतिक रूप से संवेदनशील निर्णय लेते हुए, पार्टी ने विवादित छवि वाले नेताओं को भी टिकट दिए हैं। इनमें अनंत सिंह का नाम प्रमुख है, जो मोकामा से चुनाव लड़ेंगे। यह सीट पिछले कुछ समय से चर्चा का विषय बनी हुई है।
**प्रमुख चेहरों की मौजूदगी**
प्रदेश जदयू अध्यक्ष उमेश कुशवाहा मणार से, नरेंद्र नारायण यादव आलमगनर से, निरंजन कुमार मेहता बिहारीगंज से, रमेश ऋषि देव सिंगेश्वर से, कविता सहा मधेपुरा से, गणदेश्वर शाह मাহিसी से, और अतिरेक कुमार कुशेश्वरस्थान से चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा, श्याम रजक (फुलवारी), धुमल सिंह (एकमा), रत्नेश सदा (सोनबरसा), संतोष कुमार निराला (राजपुर), मदन सहनी (बहादुरपुर), श्री भगवान सिंह कुशवाहा (जगदीशपुर), कोमल सिंह (गायघाट), और विद्या सागर सिंह निषाद (मोरवा) जैसे चेहरे भी मैदान में होंगे।
**उम्मीदवारों में फेरबदल**
कुशेश्वरस्थान सीट से अमन भूषण हजारी की जगह अतिरेक कुमार को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, बरबीघा से सुदर्शन का टिकट वापस ले लिया गया है, हालांकि अभी तक उनके स्थान पर किसी नए नाम की घोषणा नहीं हुई है।
**LJP-RV के लिए क्यों मुश्किल?**
यह चुनावी सूची चिराग पासवान की पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करती है। JD(U) ने जानबूझकर उन चार सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, जिन पर LJP-RV सीट-बंटवारे की वार्ता में अपना हक जता रही थी। यह JD(U) का एक कूटनीतिक कदम है, जो LJP-RV को दबाव में लाएगा।
JD(U) के इस कदम का मतलब है कि LJP-RV को या तो कम सीटों पर संतोष करना पड़ेगा या फिर NDA के भीतर सार्वजनिक रूप से मतभेद का सामना करना पड़ेगा, जो आगामी चुनावों के लिए गठबंधन के लिए हानिकारक हो सकता है।
**बिहार चुनाव की तारीखें**
बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 6 नवंबर और 11 नवंबर को दो चरणों में होगा। वोटों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी। राज्य में कुल 7.42 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।