कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह घटना दलित समुदाय के साथ हो रहे “बड़े अन्याय” का प्रमाण है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि पूरन कुमार एक सेवारत अधिकारी थे, और यह जानना महत्वपूर्ण है कि उन पर किस तरह का दबाव डाला गया था।
चंडीगढ़ में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से उनके वादों को याद दिलाया। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक व्यक्ति या परिवार का मामला नहीं है, बल्कि यह हर दलित के सम्मान का प्रश्न है।” उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी के साथ जानबूझकर ऐसा व्यवहार किया गया ताकि उनका करियर समाप्त हो जाए।
राहुल गांधी ने चिंता व्यक्त की कि इस तरह की घटनाएं दलित समुदाय के मन में भय और अनिश्चितता पैदा करती हैं। उनका मानना है कि इस घटना ने एक गंभीर संदेश भेजा है कि सफलता के बावजूद, दलितों को सामाजिक पूर्वाग्रहों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर निष्पक्ष जांच का वादा तोड़ने और अधिकारी की बेटियों पर दबाव बनाने का भी आरोप लगाया।
विपक्ष के नेता के तौर पर, राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री से स्वर्गीय आईपीएस अधिकारी के परिवार, विशेषकर उनकी बेटियों की रक्षा करने और उनके अंतिम संस्कार के अधिकार का सम्मान करने की अपील की।