एक बार फिर इंडिगो एयरलाइन की एक उड़ान बीच हवा में तकनीकी समस्या का सामना करने के बाद सुरक्षित रूप से उतर गई। तूतीकोरीन से चेन्नई के लिए उड़ान भर रहे एक इंडिगो एटीआर विमान के कॉकपिट विंडशील्ड में उड़ान के अंतिम चरण में एक दरार पाई गई। विमान में 75 यात्री सवार थे, जो सभी सुरक्षित हैं।
यह घटना सोमवार दोपहर तब हुई जब उड़ान 6E 7606 चेन्नई हवाई अड्डे पर उतरने वाली थी। पायलटों ने तुरंत विंडशील्ड में आई दरार को देखा और सूझबूझ दिखाते हुए हवाई यातायात नियंत्रक (ATC) को इसकी सूचना दी। एटीसी ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए चेन्नई हवाई अड्डे पर सुरक्षा संबंधी उपाय किए। पायलटों ने कुशलतापूर्वक विमान को संभाला और सभी यात्रियों के साथ सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित की।
इंडिगो की सुरक्षा प्रतिबद्धता:
इंडिगो ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “13 अक्टूबर 2025 को तूतीकोरीन से चेन्नई के लिए उड़ान 6E 7606 के उतरने से पहले, विमान के रखरखाव की एक आवश्यकता पहचानी गई। हमारे मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करते हुए, विमान ने चेन्नई में सुरक्षित रूप से लैंड किया। विमान को परिचालन में वापस लाने से पहले आवश्यक जांच और सुरक्षा मंजूरी दी जाएगी। इंडिगो हमेशा अपने यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।”
लगातार दूसरी घटना:
यह पहली बार नहीं है जब इंडिगो के एटीआर विमान में इस तरह की समस्या आई है। चार दिन पहले, शनिवार को, मदुरै से चेन्नई के लिए उड़ान भरने वाले एक अन्य इंडिगो एटीआर विमान की विंडशील्ड में भी उड़ान के दौरान दरार आ गई थी। उस समय भी, पायलट ने तुरंत एटीसी को सूचित किया था और विमान को सुरक्षित रूप से उतारा गया था। उस उड़ान के यात्रियों को भी सुरक्षित बाहर निकाला गया था, और मदुरै के लिए वापसी की उड़ान को रद्द करना पड़ा था। इंडिगो ने क्षतिग्रस्त विंडशील्ड को बदल दिया था।
डीजीसीए ने लिया संज्ञान:
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) इन दोनों घटनाओं की जांच कर रहा है। इंडिगो को दोनों मामलों में विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। नियामक यह भी जांच करेगा कि क्या कंपनी के एटीआर विमानों के बेड़े में कोई व्यापक या प्रणालीगत समस्या तो नहीं है, जिसके कारण ये घटनाएं हो रही हैं। सुरक्षा मानकों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।