बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि कांग्रेस ने 1956 में सेराजुद्दीन को खनन और पेट्रोलियम मंत्रालय बेच दिया था। दुबे ने इस मामले में 70 साल पुराने दस्तावेजों का हवाला दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने खुद लोकसभा में इस बात को स्वीकार किया था।
दुबे ने बताया कि सेराजुद्दीन एंड कंपनी मैंगनीज़ अयस्क के पट्टे हासिल करने के लिए जानी जाती थी। उन्होंने यह भी कहा कि तत्कालीन मंत्री केडी मालवीय पर सुप्रीम कोर्ट के जज दास जी ने जांच की थी और 4 चार्जशीट दाखिल की गईं, जिसके बाद मालवीय ने 1963 में इस्तीफा दे दिया। दुबे ने आगे आरोप लगाया कि गांधी परिवार के भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए 1977 में उन्हें मुंबई हाई तेल घोटाले में जेल भेजा गया था, लेकिन 1980 में गांधी परिवार ने केस वापस ले लिया।