गायक ज़ुबीन गार्ग की मौत की जांच में दो और लोगों को गिरफ़्तार किया गया है, जिससे अब तक इस मामले में चार लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार किए गए लोगों में संगीतकार शेखर ज्योति गोस्वामी और सह-गायिका अमृतप्रभा महंत शामिल हैं, जो उस समय सिंगापुर में मौजूद थे जब ज़ुबीन गार्ग की मौत हुई थी।
ज़ुबीन के परिवार ने उनकी मौत पर सवाल उठाते हुए गहन जांच की मांग की थी। असम सरकार ने भी इस मामले में शामिल लोगों को सज़ा दिलाने का वादा किया है।
पुलिस के अनुसार, इन दोनों व्यक्तियों के खिलाफ ठोस सबूत मिले हैं, जिसके कारण उन्हें गिरफ़्तार किया गया। इससे पहले, ज़ुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और इवेंट आयोजक श्यामकानु महंत को भी गिरफ़्तार किया गया था, जिन पर हत्या की साजिश और लापरवाही से मौत का आरोप है। FIR में अब हत्या का सेक्शन 103 भी जोड़ा गया है, जिसमें उम्रकैद या फांसी की सज़ा हो सकती है।
जांच टीम जल्द ही सिंगापुर जाएगी, जहां सिंगापुर पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार कर ली है और उसे ज़ुबीन के परिवार को सौंपा जाएगा। गुवाहाटी में हुए दूसरे पोस्टमार्टम की रिपोर्ट का इंतज़ार है। इसके अतिरिक्त, श्यामकानु महंत के वित्तीय लेनदेन की भी जांच की जा रही है, जिसमें उनके घर से कई कंपनियों के स्टांप और बेनामी संपत्ति से जुड़े कागजात बरामद किए गए हैं।
यह मामला इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आरोपी श्यामकानु महंत का परिवार असम की राजनीति में प्रभावशाली माना जाता है। उनके एक भाई पूर्व DGP हैं और दूसरे भाई मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार रह चुके हैं। ज़ुबीन गार्ग की मौत के बाद असम में 60 से अधिक FIR दर्ज की गई थीं, जिसके बाद से इस मामले में तेजी आई है।