पुष्पक एक्सप्रेस, जो लखनऊ से मुंबई जा रही थी, के स्लीपर कोच में धुंआ उठने से यात्रियों में दहशत फैल गई। यह घटना भुसावल और जलगांव के बीच भादली स्टेशन के पास हुई। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, नए कोचों में लोहे के ब्रेक लाइनर के स्थान पर फाइबर ब्रेक लाइनर का उपयोग किया जा रहा है, जिसके कारण इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। हालांकि, विशेषज्ञों ने इसे आग नहीं माना, बल्कि एक तकनीकी खराबी बताया।
ट्रेन को लगभग 20 से 30 मिनट तक रोका गया और जांच के बाद नासिक के लिए रवाना किया गया।
यह घटना, जलगांव में हुई एक पिछली घटना की याद दिलाती है, जिसमें एक सुपरफास्ट ट्रेन की चपेट में आने से 11 लोगों की जान चली गई थी। रेलवे प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
तकनीकी समस्या के कारण कुछ ट्रेनों, जैसे 12172, 22137 और 12108, में देरी हुई। रेलवे प्रशासन ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई और किसी भी यात्री को नुकसान नहीं पहुंचा।
NCRB के आंकड़ों के अनुसार, भारत में 2023 में रेल दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई, 2022 की तुलना में लगभग 6.7% अधिक दुर्घटनाएं दर्ज की गईं।