कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने विप्रो के संस्थापक-अध्यक्ष अजीम प्रेमजी को एक पत्र लिखकर बेंगलुरु में ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए सहयोग मांगा है। पत्र में, मुख्यमंत्री ने शहर के आउटर रिंग रोड (ओआरआर) पर, विशेषकर इब्लूर जंक्शन के पास, ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करने के लिए समाधान निकालने का आग्रह किया है। उन्होंने सुझाव दिया है कि विप्रो कैंपस के रास्ते से कुछ गाड़ियों को आने-जाने की अनुमति दी जाए, ताकि सड़कों पर भीड़ कम हो सके।
मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा कि सुबह और शाम के व्यस्त समय में ओआरआर पर भारी ट्रैफिक जाम होता है, जिससे लोगों का आवागमन, काम की उत्पादकता और शहर के जीवन की गुणवत्ता बुरी तरह प्रभावित होती है। उन्होंने प्रस्ताव दिया कि विप्रो कैंपस के रास्ते से सीमित वाहनों को गुजरने की अनुमति दी जाए, बशर्ते दोनों पक्ष सहमत हों और आवश्यक सुरक्षा उपाय किए जाएं।
सिद्धारमैया ने विप्रो से अनुरोध किया है कि वह सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर जल्द से जल्द इस मामले पर चर्चा करे और एक ऐसी योजना तैयार करे जो दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद हो। उनका मानना है कि विप्रो का सहयोग बेंगलुरु को एक बेहतर शहर बनाने में मददगार होगा।
इसके अलावा, 1 अक्टूबर से ओआरआर पर कई प्राइवेट कंपनियों ने वर्क-फ्रॉम-होम और हाइब्रिड वर्किंग की व्यवस्था खत्म करने का फैसला किया है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या और बढ़ने की आशंका है। वर्क फ्रॉम होम खत्म होने के बाद, कर्मचारियों को पूरी तरह से ऑफिस से काम करना होगा, जिससे सड़कों पर वाहनों की संख्या में वृद्धि होगी। आंकड़ों से पता चलता है कि जून 2025 में ओआरआर पर यातायात पिछले साल की तुलना में 45 प्रतिशत बढ़ गया, जिससे लोगों को देरी और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।