भारतीय तटरक्षक जहाज ‘सचेत’ बुधवार, 17 सितंबर को चार दिन की यात्रा पर केन्या के मोम्बासा बंदरगाह पहुंचा। इस यात्रा का मुख्य लक्ष्य भारत और केन्या के बीच समुद्री साझेदारी को बढ़ावा देना और साझा समुद्री सुरक्षा दृष्टिकोण को मजबूत करना है।
यात्रा के दौरान, भारतीय तटरक्षक बल और केन्या कोस्ट गार्ड सर्विस (KCGS) संयुक्त अभ्यास, क्षमता निर्माण कार्यक्रम, प्रदूषण नियंत्रण प्रदर्शन, खेल प्रतियोगिताएं और संयुक्त योग सत्र सहित कई गतिविधियों में भाग लेंगे। इन प्रयासों से दोनों देशों के बीच आपसी समझ और सहयोग में वृद्धि होगी, जिससे संबंधों में सुधार होगा।
यात्रा के अंत में, दोनों देशों की सेनाएं मिलकर समुद्र में पैसेज एक्सरसाइज (PASSEX) करेंगी, ताकि वास्तविक परिस्थितियों में मिलकर काम करने की क्षमता का परीक्षण किया जा सके। ‘सचेत’ की मोम्बासा यात्रा भारत और केन्या के बढ़ते मजबूत संबंधों का प्रतीक है, जो समुद्री सुरक्षा और सहयोग को बढ़ावा देने के प्रयासों का हिस्सा है।
यह दौरा भारत की SAGAR (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) नीति का हिस्सा है, जिसके माध्यम से भारत हिंद महासागर और अफ्रीकी देशों के साथ मिलकर समुद्री सुरक्षा, व्यापार सुरक्षा और ब्लू इकोनॉमी के विकास पर काम कर रहा है।
मोम्बासा के बाद, ‘सचेत’ दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन के लिए रवाना होगा, जो समान विचारधारा वाले देशों के साथ मिलकर एक सुरक्षित और समृद्ध समुद्री भविष्य बनाने की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ‘सचेत’ एक महत्वपूर्ण जहाज है, जो मानवीय सहायता और सुरक्षा अभियानों में शामिल रहा है। यह समुद्री सुरक्षा, खोज और बचाव कार्यों में भी योगदान देता है। भारत अपनी सैन्य क्षमताओं का विस्तार कर रहा है और अन्य देशों के साथ रक्षा संबंधों को भी मजबूत कर रहा है।