कर्नाटक में कांग्रेस के लिए एक बड़ी खबर है। हाईकोर्ट ने कोलार जिले की मालूर विधानसभा सीट पर दोबारा वोटों की गिनती का आदेश दिया है। 2023 के चुनाव में कांग्रेस के केवाई नानजे गौड़ा ने जीत हासिल की थी। उन्होंने बीजेपी के मंजूनाथ गौड़ा को हराया था, और जीत का अंतर सिर्फ 248 वोट था। मंजूनाथ गौड़ा ने इस फैसले को कोर्ट में चुनौती दी थी।
मंजूनाथ गौड़ा ने अपनी याचिका में मतगणना प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) और उनकी टीम ने चुनाव नियमों का उल्लंघन करते हुए ईवीएम खोलने से पहले ही उनके एजेंटों के हस्ताक्षर ले लिए थे। उन्होंने अदालत से चुनाव से जुड़े सभी दस्तावेजों, वीडियो और अन्य सबूतों को पेश करने की मांग की थी, साथ ही मतों की दोबारा गिनती की भी मांग की थी।
हालांकि, हाईकोर्ट ने कहा कि अगर जिला निर्वाचन अधिकारी मतगणना की वीडियोग्राफी दिखाते, तो आरोपों की पुष्टि हो सकती थी, क्योंकि चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक वीडियोग्राफी जरूरी है। कोर्ट ने नानजे गौड़ा की याचिका पर 30 दिन की रोक लगा दी है ताकि वे सुप्रीम कोर्ट जा सकें।
मालूर कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों में से एक है, जो कोलार जिले में है। यहां 46,451 एससी और 17,264 एसटी मतदाता हैं। यहां 2008 में बीजेपी, 2013 में जेडीएस और 2018 में कांग्रेस ने जीत हासिल की है। 2008 में बीजेपी के कृष्णैया शेट्टी, 2013 में जेडीएस के मंजूनाथ गौड़ा और 2018 में कांग्रेस के नानजे गौड़ा जीते थे। 2023 में भी नानजे गौड़ा जीते थे, लेकिन अब दोबारा गिनती होगी।
2008 में बीजेपी को 65.83% वोट मिले थे, जबकि जेडीएस को 21.77%। कांग्रेस को सिर्फ 7.99% वोट मिले थे। 2013 में कांग्रेस को 14.09% और जेडीएस को 40.28% वोट मिले। 2018 में कांग्रेस को 46.9%, बीजेपी को 14.81% और जेडीएस को 35.8% वोट मिले। 2023 में कांग्रेस को 29.4%, बीजेपी को 29.3% और जेडीएस को 10.2% वोट मिले।
2023 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को 50,955 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी के प्रत्याशी को 50,707 वोट मिले थे। निर्दलीय विजयकुमार हुडी को 49,362 वोट मिले।