2025 की तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन NALSA द्वारा किया गया, जिसमें 29 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में मामले सुलझाए गए। इन अदालतों में विवादों की एक विस्तृत श्रृंखला पर विचार किया गया, जिनमें मुकदमे से पूर्व और लंबित मामले शामिल थे। इन अदालतों का नेतृत्व भारत के मुख्य न्यायाधीश और NALSA के मुख्य संरक्षक, न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश एवं NALSA के कार्यकारी अध्यक्ष, न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने किया। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, 2,42,55,036 मामलों का निपटारा किया गया, जिनमें 2,10,44,809 मुकदमे-पूर्व मामले और 32,10,227 लंबित मामले शामिल थे, जिनका निपटान मूल्य 7,817.62 करोड़ रुपए से अधिक है। यह पहल न्याय और नागरिकों के बीच की खाई को पाटने के लिए NALSA के मिशन को मजबूत करती है।
Trending
- जनगणना 2027 की तैयारी शुरू: डिजिटल स्व-गणना का विकल्प, पहली बार जातिगत डेटा
- भारत का UN में पाक पर वार: अवैध कब्जे वाले कश्मीर में बंद हों मानवाधिकारों का हनन
- तुला राशिफल नवंबर 2025: ग्रहों का प्रभाव और आपके जीवन पर असर
- माइकल वॉन का बड़ा बयान: बेन स्टोक्स के नेतृत्व में इंग्लैंड एशेज 2025-26 जीतेगा
- मारुति सुजुकी का 5वां प्लांट: अगले कुछ महीनों में हो सकता है बड़ा ऐलान
- कर्रा: व्यापारी पर गोली चलाने वाले शाहिद और मोदसीर गिरफ्तार, विवाद का खुलासा
- PM मोदी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा का उद्घाटन किया, विकास की सुनहरी शुरुआत
- मौसम अलर्ट: तमिलनाडु में बूंदाबांदी, अरब सागर और अंडमान में तूफानी हवाएं
