प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में जातीय हिंसा के बाद अपनी पहली यात्रा में शनिवार को इंफाल पहुंचने पर भारी बारिश के बावजूद सड़क मार्ग से चुराचांदपुर जाने का निर्णय लिया। पहले उन्हें हेलीकॉप्टर से जाना था, लेकिन मौसम की खराबी के कारण ऐसा संभव नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि चाहे जितना समय लगे, वह सड़क से ही जाएंगे। इंफाल में पहुंचने पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर के लोगों के साथ खड़ी है और राज्य में शांति और समृद्धि स्थापित करने के लिए काम कर रही है। चुराचांदपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने मणिपुर को आशा और आकांक्षा की धरती बताया और कहा कि हिंसा ने यहां पर अपनी छाया डाली थी, लेकिन अब आशा और विश्वास का नया सवेरा उग रहा है। उन्होंने कहा कि शांति विकास के लिए आवश्यक है और पूर्वोत्तर क्षेत्र में कई संघर्षों का समाधान किया गया है। उन्होंने सभी समूहों से शांति का मार्ग अपनाने का आग्रह किया। पीएम मोदी ने कहा कि चुराचांदपुर में उन्हें जो प्यार मिला, उसे वे कभी नहीं भूल सकते। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के कारण अब स्थिति बदल रही है, जिसमें चुराचांदपुर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना भी शामिल है।
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