नोएडा की एक कंपनी में काम कर चुके एक पूर्व कर्मचारी को 1.8 करोड़ रुपये की फर्जी टैक्स क्रेडिट का दावा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी, अभिनव त्यागी, ग्रेटर नोएडा के बिसरख इलाके का रहने वाला है और मूल रूप से मुरादाबाद का है। उस पर जीएसटी प्रणाली को धोखा देने के लिए लगभग 10 करोड़ रुपये के फर्जी चालान बनाने का आरोप है।
अभिनव त्यागी कंपनी के अकाउंट्स विभाग में काम करता था और उसने जीएसटी और टैक्स रिटर्न पोर्टल पर धोखाधड़ी करने के लिए अपनी नौकरी का फायदा उठाया। पुलिस का मानना है कि इस धोखाधड़ी में उसका एक साथी भी शामिल था।
पुलिस ने बताया कि साइबर पुलिस ने शनिवार को अभिनव त्यागी को गिरफ्तार किया। उसने 1.8 करोड़ रुपये का जीएसटी हासिल करने के लिए करीब 10 करोड़ रुपये के फर्जी बिल बनाए थे।
पुलिस ने आरोपी के पास से चार मोबाइल फोन, आठ सिम कार्ड, एक लैपटॉप, एक कार, जीएसटी से जुड़े दस्तावेज और एक किराये का समझौता बरामद किया है। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
त्यागी को अदालत में पेश किया गया, जहां उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस फिलहाल उसके फरार साथी की तलाश कर रही है।