दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे शहर में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। बुधवार को पुराने रेलवे ब्रिज पर जल स्तर 207 मीटर के पार पहुंच गया। 4 सितंबर 2025 को सुबह 6 बजे, पुराने रेलवे ब्रिज (ओआरबी) पर जल स्तर 207.48 मीटर मापा गया। हथनी कुंड बैराज से 1,48,443 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि वज़ीराबाद बैराज से 1,93,090 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। ओखला बैराज पर यह आंकड़ा 2,35,550 क्यूसेक तक पहुंच गया, जिससे यमुना नदी में पानी का भारी प्रवाह हो रहा है।
यमुना का पानी मॉनेस्ट्री मार्केट से होता हुआ मुख्य सड़क तक आ गया है। एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी है। अक्षरधाम, मयूर विहार, यमुना बाजार और आईएसबीटी क्षेत्र में एनडीआरएफ को तैनात किया गया है। कश्मीरी गेट स्थित आईएसबीटी तक पानी पहुंच गया है। इसके चलते आईएसबीटी से तीस हज़ारी जाने वाली सड़क को बंद कर दिया गया है। बाढ़ के खतरे के कारण 700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण, दिल्ली के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। यमुना का पानी निगमबोध घाट तक पहुंच गया है, जिससे अंतिम संस्कार में बाधा आ रही है। निगमबोध रिंग रोड के पास लाल किले के पीछे स्थित है और इसमें 42 श्मशान घाट हैं। यह शहर का सबसे पुराना और सबसे व्यस्त श्मशान घाट है। यहां प्रतिदिन औसतन 55 से 60 अंतिम संस्कार होते हैं। 2023 की बाढ़ के दौरान, यह घाट लगभग एक सप्ताह तक बंद रहा।
