प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन का दौरा किया, जहां उनकी मुलाकात चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से हुई। यह मुलाकात द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, खासकर अमेरिका के साथ बढ़ते व्यापारिक तनाव और भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए उच्च शुल्कों को देखते हुए।
मोदी की यात्रा ने भारत के राजनयिक इतिहास के एक अहम पड़ाव को फिर से उजागर किया, जब भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और ‘सुपर स्पाई’ अजीत डोभाल ने देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए एक मजबूत स्टैंड लिया।