कैश कांड के बाद न्यायपालिका में एक और गंभीर आरोप सामने आया है। NCLAT के जस्टिस शरद कुमार शर्मा ने दावा किया है कि हाईकोर्ट के एक जज ने उनसे संपर्क कर एक विशेष वादी के पक्ष में फैसला सुनाने के लिए कहा था। जस्टिस शर्मा ने उस जज का नाम नहीं बताया।
जस्टिस शरद कुमार ने बताया कि संपर्क करने के बाद उन्होंने मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया। उन्होंने यह भी कहा कि संपर्क करने वाले जज हाई कोर्ट के सबसे सम्मानित जजों में से एक हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इन आरोपों की जांच करने का आदेश दिया है। जांच सुप्रीम कोर्ट के सेक्रेटरी जनरल द्वारा की जाएगी।
कैश कांड, जस्टिस यशवंत वर्मा से जुड़ा एक मामला है। पिछले साल होली की रात जस्टिस वर्मा के सरकारी बंगले में आग लग गई थी, और आग बुझाने के बाद कथित तौर पर बड़ी मात्रा में नकदी मिली थी। इस मामले की जांच के लिए तीन जजों की एक कमेटी का गठन किया गया था।