सोमवार को पटना में किसानों ने सरकार द्वारा विकास परियोजनाओं के नाम पर जमीन हड़पने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि उन्हें भूमि अधिग्रहण अधिनियम के तहत मिलने वाले मुआवजे से वंचित किया जा रहा है। प्रदर्शन का नेतृत्व आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने किया, जिन्होंने आरोप लगाया कि किसानों को 2010 की दर से मुआवजा दिया जा रहा है जबकि कानून के अनुसार चार गुना मुआवजा मिलना चाहिए।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में, किसानों ने पटना के बुद्ध पार्क से विरोध मार्च निकाला। किसानों ने बक्सर जिले में NH-319A के निर्माण के लिए बनारपुर गांव को उजाड़ने का विरोध किया और मांग की कि सड़क को कर्मनाशा नदी के किनारे बनाया जाए। पटना जिले के बख्तियारपुर प्रखंड में उपजाऊ भूमि के अधिग्रहण के खिलाफ भी किसानों ने विरोध जताया और अपनी 15 सूत्री मांगों को सरकार के सामने रखा।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि उनकी पार्टी की मतदाता अधिकार यात्रा ने बीजेपी के खिलाफ जनता का समर्थन जुटाया है।
सीपीएम-माले के दीपांकर भट्टाचार्य ने मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर सवाल उठाते हुए कहा कि समय सीमा कम है। वहीं, एनडीए ने 14 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किए।
संतोष सुमन ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को बिहार में भी हार का सामना करना पड़ेगा।
जेडीयू के नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर जननायक कर्पूरी ठाकुर की विरासत को कमजोर करने का आरोप लगाया। जेडीयू के मनीष वर्मा ने आरजेडी-कांग्रेस की सरकार पर बिहार को बदनाम करने का आरोप लगाया। जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने महागठबंधन को ‘महाघोटालेबाजों का गठजोड़’ करार दिया।