दिल्ली के रामलीला मैदान में SSC (कर्मचारी चयन आयोग) परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने कार्रवाई की, जिसके बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सरकार ने छात्रों को पीटने के लिए पुलिस का इस्तेमाल किया और आंदोलन को कुचलने की कोशिश की।
कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार ने छात्रों के आंदोलन को दबाने के लिए पुलिस भेजी, जो बेहद निंदनीय है। पार्टी ने कहा कि छात्र लंबे समय से SSC परीक्षाओं में सुधार की मांग कर रहे हैं, और उनकी मांगों को अनसुना करने के बाद वे दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हुए।
छात्रों के अनुसार, पुलिस ने उन्हें जबरन प्रदर्शन स्थल से हटाने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों ने भर्ती प्रक्रिया में कुप्रबंधन और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी का भी आरोप लगाया। पुलिस ने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया है। पुलिस ने बताया कि लगभग 1500 प्रदर्शनकारियों में से, जिन्होंने जाने से इनकार कर दिया, उनमें से 44 को हिरासत में लिया गया।
इस घटना ने भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता के मुद्दे पर एक बार फिर से ध्यान आकर्षित किया है। छात्रों का तर्क है कि यह विरोध प्रदर्शन एसएससी परीक्षाओं के संचालन और परिणामों की प्रक्रिया के तरीके को लेकर छात्रों के बीच गहरी निराशा को दर्शाता है।