केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दलों का अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों को स्वीकार नहीं करना ‘आश्चर्यजनक’ है। उन्होंने अंतरिक्ष यात्री शुभंशु शुक्ला की अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की यात्रा पर चर्चा में विपक्ष की अनुपस्थिति पर सवाल उठाया।
संसद में बोलते हुए, सिंह ने कहा कि विपक्ष एक ऐसे अंतरिक्ष यात्री के खिलाफ ‘गुस्सा’ दिखा रहा है जो किसी भी राजनीतिक दल से संबद्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष अंतरिक्ष विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों को बधाई देने में विफल रहा है।
मंत्री ने भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि देश ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया था। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी ने इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सिंह ने कहा कि 2014 में पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने इस क्षेत्र पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया।
मंत्री ने कहा कि वैज्ञानिकों की प्रतिभा और काम करने की इच्छाशक्ति में कोई कमी नहीं थी, बल्कि नीतियों के सामंजस्य में कमी थी, जिसे 2014 में दूर किया गया।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी शुक्ला के मिशन की सराहना की और इसे भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान महत्वाकांक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण बताया।
शुक्ला, जो नासा के एक्सियोम-4 अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा थे, 15 जुलाई को पृथ्वी पर वापस आए। वह 41 वर्षों में अंतरिक्ष में यात्रा करने वाले पहले भारतीय बने।