मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव 2025 के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। पार्टी ने पूर्व मंत्री नवाब मलिक को मुंबई चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने इस नियुक्ति की घोषणा की। यह ज़िम्मेदारी नवाब मलिक को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित पवार और प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे की सहमति से दी गई है। नवाब मलिक पहले भी एनसीपी मुंबई अध्यक्ष के रूप में काम कर चुके हैं और उन्हें एक अनुभवी और प्रभावशाली नेता माना जाता है।
इस समिति में एनसीपी के कई प्रमुख नेता शामिल हैं, जिनमें मुंबई कार्याध्यक्ष, विधायक, पूर्व विधायक और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हैं। समिति में आमंत्रित सदस्यों के रूप में विभिन्न क्षेत्रों से भी नेताओं को शामिल किया गया है।
2017 के बीएमसी चुनावों में शिवसेना और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर थी, लेकिन किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। 2025 के चुनाव और भी प्रतिस्पर्धी होने की उम्मीद है।
महाराष्ट्र की राजनीति में 2023 में हुए बदलावों के बाद, अजित पवार के नेतृत्व वाला गुट अब सत्ता में है, जबकि शरद पवार का गुट महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के साथ है। शिवसेना भी दो गुटों में विभाजित हो गई है, जिससे बीएमसी चुनाव में समीकरण जटिल हो गए हैं।
बीजेपी ने आगामी बीएमसी चुनावों में अकेले लड़ने का फैसला किया है। पार्टी का मानना है कि सहयोगी दलों के नेताओं पर लगे आरोपों से उनकी छवि को नुकसान पहुंच सकता है।
नवाब मलिक पर बीजेपी ने पहले भी आपत्ति जताई थी, लेकिन अब एनसीपी ने उन्हें चुनावी रणनीति की कमान सौंपी है।
नवाब मलिक विवादों में रहे हैं, लेकिन एनसीपी में उनकी अच्छी पकड़ है। मुंबई जैसे शहर में उनका अनुभव पार्टी के लिए उपयोगी हो सकता है।
2025 का बीएमसी चुनाव त्रिकोणीय मुकाबले की ओर बढ़ रहा है, जिसमें बीजेपी गठबंधन, एमवीए और अन्य दल शामिल हैं। एनसीपी का यह कदम चुनावी समर में पूरी ताकत से उतरने का संकेत देता है।