स्वतंत्रता दिवस पर मीट और बूचड़खाने की दुकानों को बंद रखने के नगर निगम के फैसले पर MNS नेता राज ठाकरे ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे लोगों की आजादी छीनने जैसा बताया और सरकार पर निशाना साधा। ठाकरे ने सवाल किया कि क्या सरकार यह तय करेगी कि लोग क्या खाएं? उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रतिबंध का कोई मतलब नहीं है और यह लोगों के व्यक्तिगत अधिकारों का उल्लंघन है।
शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी इस फैसले का विरोध किया। आदित्य ठाकरे ने कहा कि लोगों को स्वतंत्रता दिवस पर क्या खाना चाहिए, यह तय करने का अधिकार नगर निगम के पास नहीं है। अजित पवार ने कहा कि इस तरह के प्रतिबंध आमतौर पर हिंदू त्योहारों पर लगाए जाते हैं, लेकिन स्वतंत्रता दिवस पर इस तरह का प्रतिबंध उचित नहीं है।