राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने 7 अगस्त को मॉस्को में रूस के सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगू के साथ बैठक की। बैठक में दोनों नेताओं ने भारत और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
रूसी दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, ‘7 अगस्त को, रूस की सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगू ने भारत के NSA अजित डोभाल के साथ बातचीत की। दोनों पक्षों ने #RussiaIndia विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।’
इससे पहले, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रेमलिन में डोभाल से मुलाकात की। रूसी दूतावास ने X पर पोस्ट किया, ‘रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित कुमार डोभाल की क्रेमलिन में अगवानी की।’
सूत्रों ने बताया कि NSA अजित डोभाल वर्तमान में मॉस्को में हैं और उन्होंने अपनी बातचीत के दौरान बताया कि राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा की तारीखों पर काम किया जा रहा है, हालांकि कोई विशेष तारीख या समय नहीं बताया गया है।
सूत्रों के अनुसार, मीडिया के कुछ वर्गों में अगस्त के अंत की रिपोर्टिंग गलत है। स्पुतनिक न्यूज द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में, डोभाल ने कहा कि भारत और रूस के बीच एक बहुत ही खास रिश्ता है।
उन्होंने कहा, ‘हमारा एक बहुत ही खास रिश्ता है, लंबा रिश्ता है और हम अपनी रणनीतिक साझेदारी को बहुत महत्व देते हैं। हमारी उच्च स्तरीय बैठकों ने काफी योगदान दिया है। हम रूसी राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा के बारे में जानकर बहुत उत्साहित हैं। मुझे लगता है कि तारीखें लगभग तय हो गई हैं। शिखर बैठकें हमेशा महत्वपूर्ण रही हैं।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल जुलाई में रूस का दौरा किया था। उन्होंने और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस भरोसेमंद रिश्ते की सराहना की, जो विश्वास, आपसी समझ और रणनीतिक तालमेल पर आधारित है।
दोनों नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद एक संयुक्त बयान में कहा गया कि उन्होंने भारत-रूस के बीच बहुआयामी, पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंधों का सकारात्मक मूल्यांकन किया, जिसमें राजनीतिक और रणनीतिक, सैन्य और सुरक्षा, व्यापार और निवेश, ऊर्जा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, परमाणु, अंतरिक्ष, सांस्कृतिक, शिक्षा और मानवीय सहयोग सहित सभी क्षेत्रों में सहयोग शामिल है।
यह देखा गया कि दोनों पक्ष पारंपरिक क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करते हुए सहयोग के नए रास्ते तलाश रहे हैं। भारत-रूस व्यापार, आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग पर अंतर-सरकारी आयोग के तहत बुधवार को भारत की राजधानी में आधुनिकीकरण और औद्योगिक सहयोग पर भारत-रूस कार्य समूह का 11वां सत्र आयोजित किया गया।