स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-2025 की रैंकिंग के अनुसार, उत्तर प्रदेश ने शहरी स्वच्छता और सफाई में उल्लेखनीय सुधार दिखाया है। यह प्रगति वाटर+ प्रमाणन, ओडीएफ++ कवरेज और कचरा मुक्त शहरों (जीएफसी) की वृद्धि जैसे प्रमुख क्षेत्रों में स्पष्ट है।
वाटर+ प्रमाणन वाले शहरों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो 2023 में दो से बढ़कर 2024 में 16 हो गई है। इसके अतिरिक्त, ओडीएफ++ प्रमाणित शहरों की संख्या में भी काफी वृद्धि हुई है, जो 2023 में 129 से बढ़कर 2024 में 337 हो गई है, जो राज्य की बेहतर अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं को दर्शाता है।
उत्तर प्रदेश ने जीएफसी रेटिंग में भी बढ़त हासिल की है, जिसमें लखनऊ ने 7-सितारा दर्जा हासिल किया है और छह अन्य शहरों को 5-सितारा रेटिंग मिली है। जीएफसी की कुल संख्या बढ़कर 83 हो गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 18 की वृद्धि है।
लखनऊ, आगरा और गाजियाबाद जैसे प्रमुख शहरों ने मिलियन-प्लस श्रेणी में अच्छा प्रदर्शन किया है। गोरखपुर और बिजनौर जैसे छोटे शहरों ने भी अपनी संबंधित जनसंख्या श्रेणियों में सराहनीय रैंकिंग हासिल की है। उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री ने सकारात्मक परिणामों को स्वीकार किया, विशेष रूप से रैंकिंग में लखनऊ के महत्वपूर्ण सुधार पर प्रकाश डाला।