ऑपरेशन सिंधु ने ईरान से कश्मीरी छात्रों की वापसी की सुविधा प्रदान की, पहला बैच गुरुवार को पहुंचा। निकासी के प्रयास में कुल 110 भारतीय छात्रों को वापस लाया गया। हालांकि, दिल्ली से श्रीनगर तक की यात्रा व्यवस्था को लेकर शिकायतों के कारण घर वापसी बाधित रही। सबा रसूल सहित छात्रों ने SRTC बसों के साथ सीटों के टूटने और अंदरूनी हिस्सों की सफाई सहित मुद्दों का हवाला दिया। सुरक्षित वापसी में विदेश मंत्रालय और प्रधान मंत्री कार्यालय की भूमिका की सराहना की गई। जम्मू और कश्मीर छात्र संघ ने राज्य सरकार की अपर्याप्त व्यवस्था पर ध्यान आकर्षित किया, जिससे केंद्रीय सरकार द्वारा संकट के सफल प्रबंधन का विपरीत परिणाम हुआ। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आलोचना का जवाब माफी मांगकर और बेहतर परिवहन का वादा करके दिया।
Trending
- नृसिंह स्थान मंदिर: कार्तिक पूर्णिमा पर भक्तों ने लगाई आस्था की डुबकी
- बिहार विधानसभा चुनाव 2025: सीटों का ब्यौरा और प्रमुख प्रत्याशियों की सूची
- चीन की ऑनलाइन हेरफेर: हार्वर्ड अध्ययन का पर्दाफाश, सच को दबाने की चाल
- देव दीपावली 2025: 14 नवंबर को मनाएं उत्सव, भेजें हार्दिक संदेश
- ICC रैंकिंग में खिसके कुलदीप यादव, T20 सीरीज से बाहर होना पड़ा भारी
- रामदास सोरेन के सपने पूरे करने को कल्पना सोरेन की पहल: सोमेश के लिए समर्थन जुटाया
- सोमेश के लिए समर्थन जुटाती कल्पना सोरेन, रामदास के सपनों को पूरा करने का संकल्प
- किश्तवाड़ एनकाउंटर: सुरक्षा बलों पर हमला, एक पैरा सैनिक घायल
