नागरिक उड्डयन महानिदेशक (DGCA) ने एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। दोनों एयरलाइंस मिलकर घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मार्गों पर प्रतिदिन 1,000 से अधिक उड़ानें संचालित करती हैं। बैठक का उद्देश्य परिचालन क्षमता का आकलन करना और दोनों एयरलाइनों द्वारा सुरक्षा मानकों और यात्री सेवा नियमों का पालन सुनिश्चित करना था। नियामक ने सात प्रमुख फोकस क्षेत्रों पर चर्चा की, जिनका उद्देश्य नियामक अनुपालन बनाए रखना और परिचालन विश्वसनीयता को बढ़ाना था। DGCA ने एयर इंडिया की वाइड-बॉडी ऑपरेशंस के हालिया परिचालन डेटा की भी समीक्षा की, जिसमें बोइंग 787 बेड़े पर विशेष ध्यान दिया गया। 12 जून से 17 जून 2025 तक, एयर इंडिया के वाइड-बॉडी ऑपरेशंस में कुल 83 उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिनमें से 66 बोइंग 787 उड़ानें थीं। DGCA ने दोष रिपोर्टिंग प्रणाली में सुधार की सिफारिश की। बैठक 12 जून को अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद हुई, जिसमें 270 लोगों की जान चली गई।
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