ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी क्षेत्र में अक्सर लगने वाले ट्रैफिक जाम को देखते हुए, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एक नया ‘प्लान बी’ तैयार किया है। इस योजना के तहत, अब तक 6 अवैध कट बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही अवैध रूप से बने रैंप को हटाने का काम भी शुरू कर दिया गया है, और इसके लिए सर्वेक्षण का काम जारी है। जल्द ही इन रैंप को तोड़ने का काम भी शुरू हो जाएगा। इस योजना के पूर्ण कार्यान्वयन के बाद शाहबेरी को ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है।
हालांकि, शाहबेरी में 5 अवैध कट अभी भी खुले हैं। इन कटों का उपयोग करके लोग गलत दिशा से गाड़ी चलाते हैं, जिससे दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है और यातायात बाधित होता है। वर्तमान में, इन्हें स्थानीय निवासियों की मांग पर खुला रखा गया है, लेकिन प्राधिकरण का कहना है कि जरूरत पड़ने पर इन्हें भी बंद कर दिया जाएगा।
शाहबेरी मार्ग, जो इटेडा चौराहे से क्रॉसिंग तक लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबा है, में कुछ चुनौतियाँ हैं। इस सड़क का चौड़ीकरण किया गया है, लेकिन कुछ बिजली के खंभे अभी भी सड़क के बीच में खड़े हैं, जो यातायात में बाधा डालते हैं। इन खंभों को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जैसे ही इन खंभों और अवैध रैंप को हटाया जाएगा, ट्रैफिक की समस्या से पूरी राहत मिलने की संभावना है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने कहा कि गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने वाली इस सड़क के चौड़ीकरण का काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि इससे पहले की तुलना में यातायात की स्थिति में सुधार हुआ है, और जो समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं, उन्हें भी जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।