ब्रसेल्स में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच का संघर्ष नहीं है, बल्कि आतंकवाद के खतरे का जवाब है। उन्होंने आतंकवाद के प्रति भारत की जीरो टॉलरेंस नीति और परमाणु ब्लैकमेल के आगे न झुकने की नीति को दोहराया। भारत-पाकिस्तान के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए, जयशंकर ने ‘भारत-टेररिस्तान’ के दृष्टिकोण की वकालत की। उन्होंने आतंकवाद को एक साझा अंतरराष्ट्रीय चुनौती के रूप में रेखांकित किया और मजबूत वैश्विक सहयोग की वकालत की। जयशंकर ने यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि काजा कैलास के साथ हुई अपनी बैठक से भी जानकारी साझा की, जिसमें यूक्रेन संघर्ष, मध्य पूर्व, भारतीय उपमहाद्वीप और इंडो-पैसिफिक जैसे वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हुई।
Trending
- ध्रुव विक्रम की ‘बाइसन’ अब नेटफ्लिक्स पर, जानें कब और किन भाषाओं में होगी उपलब्ध
- न्यूजीलैंड को झटका: डैरेल मिचेल चोटिल, वनडे सीरीज पर सवाल
- एसकेएमयू दीक्षांत समारोह: 78 को स्वर्ण पदक, 37 को पीएचडी उपाधि
- नगर निगम चुनाव: एनसीपी ने आरक्षित सीटों के लिए जाति प्रमाण पत्र पर किया जोर
- सऊदी अरब बस दुर्घटना: 42 भारतीय तीर्थयात्रियों की मौत, हैदराबाद से थे कई लोग
- ट्रम्प का यू-टर्न: मैदानी से मुलाकात की संभावना, बोले- ‘सब ठीक करेंगे’
- वेनेजुएला पर अमेरिका का कड़ा रुख: ट्रंप बोले – मादुरो से बातचीत की संभावना, सैन्य तैनाती बढ़ी
- टैरो भविष्यवाणी: 17 नवंबर को राशियों का भाग्य, मन अशांत या सुखद?
